भारतीय पुर्व तेज गेंदबाज और कॉमेंटेटर इरफान पठान ने कहा है कि अपनी कप्तानी के बदौलत गुजरात टाइटंस को आईपीएल की ट्रॉफी दिलाने वाले हार्दिक पांड्या को भारतीय टीम का कप्तान बनने के लिए अभी बहुत कुछ सीखना बाकी है. इरफान पठान ने सोमवार को भोपाल में एक निजी कार्यक्रम के दौरान यह बात कही है. पूर्व ऑलराउंडर इरफान पठान ने इस कार्यक्रम के दौरान कहा कि आईपीएल में हार्दिक पांड्या ने निसंदेह टॉप क्लास की कप्तानी की है. लेकिन आईपीएल की कप्तानी और भारतीय टीम की कप्तानी में जमीन-आसमान का अंतर होता है. आईपीएल की कप्तानी सिर्फ 2 महीने की होती है. जबकि भारतीय टीम की कप्तानी अलग है.
केएल राहुल को भारतीय टीम का कप्तान बनाए जाने पर इरफान पठान ने उसकी तारीफ करते हुए कहा है कि ‘दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मैचों में हमें कुछ अलग तरह की कप्तानी देखने को मिलेगी.’ इस दौरान इरफान पठान ने भारतीय तेज गेंदबाजों की खूब तारीफ की है. मौजूदा सीजन में उमरान मलिक, मोहसिन खान, कुलदीप यादव, अर्शदीप सिंह और प्रसिद्ध कृष्णा की तेज गेंदबाजी को देखने के बाद इरफान पठान ने कहा कि हम बहुत भाग्यशाली हैं कि हमें तेज गेंदबाजी की इतनी अच्छी फौज मिली है. इन गेंदबाजों के कारण भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया पाकिस्तान और इंग्लैंड के बराबर में आ गया है.
इससे पहले हम लोग तेज गेंदबाजी ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड और पाकिस्तान में देखते थे. लेकिन अब पूरी दुनिया भारत की तेज गेंदबाजी देख रही है. हमारे पास टैलेंट का खजाना है. प्रसिद्ध कृष्णा के बारे में बताते हुए इरफान पठान ने कहा कि ‘यह लड़का 148 की स्पीड से सही लाइन-लेंथ पर गेंद डालता है. लंबे कद का है. जिसके कारण बाउंस भी मिलता है.’ आईपीएल 2022 के फाइनल मुकाबले पर बातचीत करते हुए इरफान पठान ने गुजरात टाइटंस के मजबूत और राजस्थान रॉयल्स के कमजोर पक्ष पर बातचीत करते हुए बताया कि ‘गुजरात टाइटंस का सबसे मजबूत पक्ष उसका बोलिंग अटैक है. उसके फिनिशर्स ने भी अच्छा काम किया है.
राजस्थान रॉयल्स की बैटिंग लाइन अप में उतनी गहराई नजर नहीं आई. छठे सातवें नंबर पर जहां अश्विन बल्लेबाजी करते थे. उसमें वह थोड़े धीमें नजर आए. जब क्रिटिकल सिचुएशन होती है और आपके पास लंबे शॉट लगाने वाले खिलाड़ी नहीं है तो आपके 15-20 रन वैसे ही कम हो जाते हैं. यही फाइनल मैच के दौरान राजस्थान रॉयल्स के साथ हुआ.’ इरफान पठान ने राजस्थान रॉयल्स की गेंदबाजी पर बातचीत करते हुए बताया कि ‘उमरान मलिक अच्छा गेंदबाज है. लेकिन अभी उसे सीखने की जरूरत है. पूरी दुनिया में एक दो ही गेंदबाज है जो 157Kph की गति से गेंद डाल सकता है. लौकी फर्ग्युशन ने वो काम किया है और नोकिया भी वह काम कर सकते हैं. उमरान में बहुत पोटेंशियल है और जिसमें पोटेंशियल होता है. वह गलतियां भी करता है. क्योंकि वह युवा है और बहुत ज्यादा फर्स्ट क्लास मैच खेला नहीं है.’
मैं जब जम्मू-कश्मीर में मेंटोर था और उसे मैं तैयार कर रहा था. उस समय उसका जंप आउट बहुत ज्यादा था. लेकिन लाइन बिगड़ जाती थी. जैसे ही जंप आउट सीधा हुआ पेस भी बढ़ गया और उसका कंट्रोल ऑफलाइन भी अच्छा हो गया. बॉल सीम पर आने लगी. लेकिन उसे अभी और भी बहुत कुछ काम किया जाना बाकी है. उम्मीद है कि कोच, कप्तान और सीनियर गेंदबाज उसे संभाल लेंगे. रोहित शर्मा के सिर पर गेंद मारना आसान काम नहीं है| वे पुल शॉट बहुत पसंद करते हैं. रोहित को भी उमरान के सामने टिकने में टाइम लगा.’